आर्यसमाज के दस नियम (संक्षिप्त व्याख्या) Aryasamaj Ke Das Niyam (Sankshipta Vyakhya) By: Pro. Ratna Singh
Description
वेद का पढ़ना-पढ़ाना और सुनना-सुनाना सब आर्यों का परम धर्म है। सत्य के ग्रहण करने और असत्य को छोड़ने में सर्वदा उद्यत रहना चाहिए। सब काम धर्मानुसार अर्थात सत्य और असत्य को विचार करके करने चाहिए। संसार का उपकार करना इस समाज का मुख्य उद्देश्य है अर्थात शारीरिक, आत्मिक और सामाजिक उन्नति करना।
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